फैक्टरी फार्मिंग एक विवादास्पद और चिंताजनक मुद्दा है जो पशुओं के साथ क्रूर व्यवहार की एक अधिकतम रूप है। यह व्यवसायिक पशु पालन की एक विशेष शैली है जिसमें पशुओं को संग्रहित और उत्पादकता के लिए बड़े पैमाने पर प्रयोग किया जाता है। यह व्यवसाय विशेष रूप से दूध, मांस, अंडे और अन्य पदार्थों के लिए पशुओं को उत्पन्न करता है, लेकिन इसके दौरान पशुओं के साथ निर्मम और अन्यायपूर्ण व्यवहार का अनादर किया जाता है। dairy health risks
फैक्टरी फार्मों में पशुओं की जीवन और जीवनकाल अत्यधिक दुःखदायक होता है। पशुओं को छोटे और संकुचित स्थानों में बंद किया जाता है, जहां उन्हें सही खाद्य, पानी और वातावरण की सुविधा नहीं मिलती है। इन संकुचित जगहों में, पशुओं को अप्रिय गतिविधियों और व्यवहारों के लिए मजबूर किया जाता है जो उनके प्राकृतिक स्वाभाविकता के खिलाफ हैं। इसके अतिरिक्त, उन्हें अक्सर और अत्यधिक दबाव में रखा जाता है ताकि उनकी उत्पन्नता बढ़ सके, जिससे उनकी दुखद और अस्वस्थ स्थिति होती है।
फैक्टरी फार्मिंग में पशुओं को अधिकांश दबाव में रखा जाता है, जिससे वे अपने स्वाभाविक व्यवहार, जैसे घुमना, उड़ना और सोना, को नहीं कर सकते हैं। उन्हें बार-बार असहनीय और अस्वस्थ स्थितियों में रखा जाता है, जो उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करता है। Climate change and meat
फैक्टरी फार्मिंग की एक और चिंता का मुद्दा है कृषि और औद्योगिक प्रक्रियाओं में पशुओं के साथ उत्पन्न होने वाले पर्यावरणीय प्रभाव। इन संयंत्रों में बहुमुखी और अधिकतम उत्पादन के लक्ष्य के लिए अत्यधिक उपयोग किए जाने वाले रसायनों, उर्वरकों और अन्य जलवायु-हानिकारक पदार्थों का उपयोग होता है, जो प्राकृतिक संतुलन को प्रभावित करता है और पर्यावरण को नुकसान पहुंचाता है।